रायपुर . टिक-टॉक पर बताई जा रही रेमेडी से कोरोना का संभव इलाज के झांसे में फंसकर दो परिवारों का अस्पताल पहुंच गए। coronavirus new दरअसल, टिक-टॉक पर 30 सेकंड के वीडियो में एक रेमेडी की खुराक से इससे बचने के बारे में बताया जा रहा था, जिसे दोनों परिवारों से फॉलो कर लिया और अपनी जान जोखिम में डाल ली।
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मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, मामला आध्ंा्रप्रदेश के चित्तूर का है, जहां दो परिवारों टिक-टॉक के चक्कर में आफत बुला ली। इस तरह एक वीडियो ने 11 लोगों को अस्पताल पहुंचा दिया है। उक्त वीडियो में दावा किया गया कि उम्मेठा काया खाने से coronavirus new कोरोना वायरस से लडऩे के क्षमता बढ़ती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है।
जबकि यह धतूरे के पेड़ का जहरीला और कांटेदार फल है। फल खाने के साथ ही परिवार के सदस्यों का शरीर गर्म पडऩे लगा। आनन-फानन में सभी को अस्पताल पहुंचा गया। पुलिस फर्जी वीडियो बनाने वाले की तलाश कर रही है।