रायपुर . टेक्नोलॉजी कितनी जरूरी है इसका नमूना इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना लॉकडाउन की स्थिति में यही टेक्नोलॉजी लोगों की भूख मिटा रही है। वियतनाम एक ऐसा ही देश है, जिसने टेक्नोलॉजी rice ATM का इस्तेमाल करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग मेंटिन की है, उससे भी बड़ी बात यह है कि इससे भूखों को राशन तक मिल रहा है। चलिए… बता देते हैं, अलस माजरा।
आखिर, किसने की पहल
वियतनाम एक ने अपने नागरिकों को भूख से बचाने व सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए जगह-जगह राइस एटीएम rice ATM लगा दिए हैं। जी…हां, ये सच है, अभी तक आपने नोट उगलने वाले एटीएम सुने होंगे, लेकिन यहां सरकार ने चावल एटीएम लगाए हैं। बैंक के एटीएम की तरह इस मशीन से फ्री में चावल निकाल सकता है।
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ये ‘राइस एटीएम’ 24 घंटे काम करता है। वियतनम के एक बिजनेसमैन ने ‘राइस एटीएम’ rice ATM मशीन लगवाने की पहल की है ताकि लॉकडाउन के समय जरूरतमंद लोगों की मदद की जा सके। बता दें कि वियतनाम में अभी तक कोरोना वायरस के 262 मामले सामने आए हैं, लेकिन एक भी मौत नहीं हुई है।

Rice ATM : एक बार में 1.5 किलो चावल
राइस एटीएम से एक बार में 1.5 किलो चावल निकलता है। एटीएम खासकर उन लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है जो लोग स्ट्रीट सेलर, हाउसकीपिंग, लॉटरी टिकट बेचने का काम करके पैसे कमाते हैं। ‘राइस एटीएम’ rice ATM की पहल व्यवसायी होआंग तुआन नामक व्यक्ति ने की है। जिस भी जरूरतमंद को चावल की चाह होती है, उसे बस एटीएम में जाना है, और चावल कलेक्ट करने के लिए कैरीबैग या बर्तन नीचे रखना होता है। मशीन सेंसर टेक्नोलॉजी पर चलती है। जैसे ही कोई इस मशीन के नीचे बर्तन या कैरीबैग रखता है मशीन खुद से निर्धारित मात्रा में चावल मुहैया करा देती है, वो भी पूरी तरह नि:शुल्क।