रायपुर. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रयोग होने वाले सैनिटाइजर्स की कमी अब प्रदेश में नहीं होगी। छत्तीसगढ़ सरकार ने अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजरर्स निर्माण करने का लाइसेंस दो डिस्टिलरी को दिया है। प्रदेश में जिन कारोबारियो को सैनिटाइजर्स बनाने का लाइसेंस दिया गया है, उनकी कंपनी का नाम मेसर्स भाटिया वाइन मर्चेन्ट्स लिमिटेड और मेसर्स छत्तीसगढ़ डिस्टलरीस लिमिटेड बताया जा रहा है। इन दोनो कंपनियों को एक साल के लिए राज्य सरकार ने लाइसेंस जारी किया है।
150 रुपए वाला सैनिटाइजर 500
राज्य सरकार के इस निर्णय से हैंड सैनिटाईजर्स की सुचारु आपूर्ति अब प्रदेश में हो सकेगी। 100 रुपए में मिलेगा 200 मिली सैनिटाइजर्स देश में कोरोना संक्रमण की वजह से सैनिटाइर्स और मास्क की कालाबाजारी हो रही है। छत्तीसगढ़ भी इस कालाबाजारी से अछूता नहीं है। प्रदेश में 150 रुपए वाला सैनिटाइजर 500 रुपए का बेचा जा रहा है। राज्य सरकार ने कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
सप्लाई मॉनीटरिंग की जांच
सख्ती के बावजूद कालाबाजारी हो रही है, इसलिए अब सरकार ने लोकल स्तर पर सेनिटाइजर्स बनाने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के इस निर्णय से प्रदेशवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। सैनिटाइसर्ज के उत्पादन की सप्लाई मॉनीटरिंग की जांच ड्रग इंस्पेक्टर ईश्वरी नारायण और आशीष कुमार पांडेय करेंगे।