नई दिल्ली. भारत और कोरोना महामारी.. ( India and Corona Epidemic ) .. इन दिनों देश की राह इस महामारी को लेकर इतनी आसान नहीं है। देश में लगातार बढ़ रहे आंकड़ों ने सरकार को चिंता में ला खड़ा किया है। अब इससे निपटने के लिए मोदी सरकार हर वह कोशिश कर रही जिसकी दरकार है। कोरोना वायरस से लड़ने मोदी ने ऐसे ही तीन चरणों का मास्टर प्लान तैयार किया है।
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस COVID-19 से निपटने सभी राज्यों को पैकेज जारी किया है। इस पैकेज को इमरजेंसी रिस्पॉन्स एंड हेल्थ सिस्टम प्रेपेअरनेस पैकेज ( Emergency Response and Health System Preparedness Package ) का नाम दिया गया है। यह पैकेज पूरी तरह से सौ फीसदी केन्द्र द्वारा फंड किया जाएगा। केंद्र सरकार का को अंदेशा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ यह लड़ाई अभी लंबी चलने वाली है। उधर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजी गई चिट्ठी के मुताबिक प्रोजेक्ट के तीन चरण हैं।
पहला चरण- जनवरी 2020 से जून 2020
इसमें अस्पताल की संख्या बढ़ाने व उन्हें विकसित करने, आइसोलेशन ब्लॉक बनाने, वेंटिलेटर की सुविधा के साथ आईसीयू बनाने, पीपीईएस (Personal protection equipment), N-95 मास्क और वेंटिलेटर्स की उपलब्धता पर फोकस होगा। लैब नेटवर्क्स और डायग्नोस्टिक सुविधाएं बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। साथ ही फंड का इस्तेमाल सर्विलांस, महामारी के खिलाफ जागरूकता जगाने में भी किया जाएगा। फंड का एक हिस्सा अस्पतालों, सरकारी दफ्तरों, जनसुविधाओं और एम्बुलेंस को संक्रमण रहित बनाने पर भी खर्च किया जाएगा।
इसी तरह दूसरा चरण- जुलाई 2020 से मार्च 2021 और तीसरा चरण- अप्रैल 2021 से मार्च 2024 तक किया जाएगा जिसमें आगे की रणनीति पर फोकस किया जा रहा है।