भिलाई . इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी अब बीएड की तर्ज पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद का सर्टिफिकेट कोर्स पास करना होगा। ऐसे में छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय CSVTU ने अपने सभी कॉलेजों और उनमें कार्यरत शिक्षकों को कहा है कि अभी प्रदेश में कोरोना की वजह से लॉकडाउन की स्थिति है।
ऐसे में यह सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए सही समय हो सकता है। लॉकडाउन में आप घर में ही हैं, इसलिए इस खाली समय का फायदा उठाएं। CSVTU विवि ने कहा है कि आगामी कुछ महीनों में इसके बिना न तो उन्हें प्रमोशन मिलेगा और न ही नए शिक्षक नियुक्त हो पाएंगे। इसलिए खुद की बेहतरी के लिए इस वक्त का सही लाभ लीजिए।
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धारा-19 में हो रही नियुक्ति इसके बिना नहीं
अभी प्रदेश के तमाम इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की नियुक्ति विवि की धारा-१९ के तहत की जाती है। विवि उक्त शिक्षक का साक्षात्कार लेकर नियुक्ति करता है। नए नियम से अब धारा-१९ में वही शामिल होंगे, जिनके पास एआईसीटीई से जारी पात्रता प्रमाण पत्र होगा। विवि ने कहा है CSVTU कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद इस विषय में अहम फैसलों का आना बाकी है। कुछ ही महीनों में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। ऐसे में जिन्होंने लॉकडाउन के वक्त को यूटीलाइज करने के लिए बेहतर कदम उठाए उनको फायदा मिलेगा।
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इस तरह मिलेगा पात्रता प्रमाणपत्र
सीएसवीटीयू के कुलपति डॉ. एमके वर्मा ने बताया कि प्रमाणपत्र के लिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसका पोर्टल बना दिया गया है। एनआईटीटीटीआर इसमें मदद करेगा। इस प्लेटफार्म का नाम ‘नेशनल इनीशेटिव फॉर टेक्निकल टीचर्स टे्रनिंग’ रखा गया है। कुल मिलाकर अब सिर्फ बीई या एमटेक करने के बाद युवाओं को शिक्षक के तौर पर कक्षा में चॉक-डस्टर नहीं थमाया जा सकेगा।
शासकीय कॉलेजों के शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट प्रोग्राम में लाने के लिए राज्य सरकार और तकनीकी शिक्षा निदेशालय को प्रस्ताव सौंपा जाएगा। प्रमोशन के लिए सरकारी शिक्षकों के नियम के साथ-साथ एआईसीटीई के पात्रता प्रमाण पत्र को भी अनिवार्य करने परिषद से निर्देश भेजे जाएंगे।