रायपुर . हाल-फिलहाल coca cola में ऐसी दर्जनों खबरे आईं जिसमें कहा गया कि कई कंपनियों ने घाटे से बचने के लिए अपने कर्मियों के वेतन में डंडी मार दी। आधा वेतन ही दिया। वहीं कई मीडिया घरानों से लेकर मल्टीनेशनल कंपनियों ने अपने कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया। ये तो हुई उन कंपनियों की बात जो सिर्फ फायदा कमाना जानता है।
मुसीबत की घड़ी में कर्मचारी के प्रति इनकी कोई वफादारी नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे संस्थान भी हैं, जो इस कोरोना लॉकडाउन में मसीहा बनकर उभरे। ऐसे ही नाम है coca cola कोको-कोला। बॉटलिंग पार्टनर हिन्दुस्तान कोको-कोला बेवरेजेज ने कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी की घोषणा की है। बढ़ोतरी भी ऐसी की मजा आ जाएगा। एचसीसीबी coca cola ने अपने 7 हजार कर्मचारियों की सैलरी में 7-10 फीसदी बढ़ोतरी का ऐलान किया है। बढ़ोतरी 1 अप्रैल से लागू हो गई है। इनकी भारत में 15 फैक्ट्रियां हैं, जिसमें कोक, स्प्राइट और थम्सअप बनती हैं।
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इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सालाना इसके अलावा सालाना इंक्रीमेंट भी दिया जाएगा। coca cola कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हमने अपने कर्मचारियों को 2019 के नियमों के मुताबिक ही सैलरी दी है। उन्होंने कहा, कोरोना वायरस की वजह से काम रुकने के आधार पर ना तो किसी को निकाला जाएगा, ना ही किसी की सैलरी काटी जाएगी। कोका कोला के सीईओ जेम्स क्वींसी ने कहा, भारत जैसे कुछ बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग के तरीकों से कोल्ड ड्रिंग्स की खपत घटी है। उन्होंने कहा, जनवरी-मार्च तिमाही में दुनिया भर के बाजारों में कोका-कोला की बिक्री 5 फीसदी घटी है, लेकिन इसका असर अपने कर्मचारियों पर नहीं पडऩे देंगे।