रायपुर . कोरोना ने देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री Maruti को भी बड़े नुकसान में डाल दिया है। ऑटो सेक्टर का हाल इतना खराब है कि कुछ कार ब्रॉन्ड की तो महीने में बोहनी तक नहीं हुई। घरेलू बाजार में मारुति Maruti सुजुकी की एक भी कार नहीं बिकी है। ऐसा पहली बार हुआ कि अप्रैल में मारुति सुजुकी ने एक भी गाड़ी नहीं बेची। यह सारा कोरोना वायरस का कियाधरा है। ये अकेले मारुति की कहानी नहीं है, बल्कि दूसरी कार निर्माता भी अपने माथे का पसीना पोंछ रहे हैं।
बिक्री में 47 प्रतिशत घटत
दरअसल, बीएस 4 से बीएस 6 ट्रांसमिशन के चलते ऑटो कंपनियां पहले से मार झेल रही थीं, लॉकडाउन ने बची कसर पूरी कर दी। मार्च में भी मारुति की बिक्री में 47 प्रतिशत घटत के साथ कुल 83,792 इकाई ही बेची गई। कंपनी ने बयान में बताया था कि घरेलू बिक्री मार्च 2019 की 1,47,613 इकाइयों की तुलना में 46.4 प्रतिशत घटकर मार्च 2020 में 79,080 इकाई रह गई।
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यह ऑटो इंडस्ट्री और खासकर मारुति Maruti जैसे ब्रॉन्ड के लिए बहुत ही बड़ा नुकसान बताया जा रहा है। इस दौरान ऑल्टो और वैगनआर जैसी छोटी कारों की बिक्री 15,988 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 16,826 इकाई थी। हालांकि कंपनी ने अपने कोई भी कर्मचारी के वेतन या अन्य भत्तों में कटौती नहीं की है। न ही इस तरह की कोई खबरें आई हैं।
सोशल जिम्मेदारी निभा रही कंपनी
कोरोना संकट की वजह से बीते दिनों मारुति सुजुकी ने अपने प्लांट में वेंटिलेटर, मास्क और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट यानी पीपीई का निर्माण शुरू करने का ऐलान किया था। कंपनी करीब दस हजार वेंटीलेटर तैयार कर रही है। इसके साथ ही जरूरतमंदों के लिए भी कार्य किए हैं।