रायपुर . दुनिया कोरोना वायरस के खतरे को समझकर अपनी जेलों में बंद कैदियों को फिलहाल रिहा कर रही है। Aasharam bapu ऐसा ही हिंदुस्तान की कई जेलों में भी हुआ है। हालांकि ये सभी कैदी बड़े अपराधों में लिप्त नहीं थे। बल्कि इनकी सजा विराचाधीन रखी गई थी। इस वजह से इनको कुछ वक्त तक के लिए रिहाई दी गई।
रविवार को ऐसे ही बीजेपी नेता BJP shubrmanyam swami सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आसाराम की रिहाई की मांग कर दी। स्वामी ने अपने Twit ट्वीटर हैंडल से लिखा कि’यदि सजायाफ्ता कैदियों को सरकार की ओर से रिहा किया जा रहा है। तो गलत तरीके से दोषी पाए गए 85 वर्षीय आसाराम बापू Aasharam bapu को पहले रिहा किया जाना चाहिए।
क्यों जेल में बंद है आशाराम
आपको बता दें कि आशाराम बापू नाबालिग से दुष्कर्म मामले में जेल की हवा खा रहे हैं। आसाराम राजस्थान में जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। अब तक आशाराम दर्जनों मर्तबा रिहाई की गुहार लगा चुके हैं।
मामला गंभीर होने और दोष सिद्ध होने की वजह से उन्हें जमानत नहीं दी गई। बताया जाता है कि आशाराम बीते कुछ महीने से बीमार चल रहे हैं। इससे पहले आसाराम के समर्थक भी सोशल मीडिया पर आसाराम की रिहाई को लेकर लगातार पोस्ट करते आ रहे हैं।
कोरोना से अब तक कितनों की रिहाई
सुप्रीम कोर्ट ने तिहाड़ जेल के कई कैदियों को जमानत पर रिहा किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 7 साल से कम की सजा काट रहे लोगों को पैरोल या अंतरिम जमानत दी जाएगी। कई राज्य अब तक जेलों में बंद कैदीयों की रिहाई के लिए व्यवस्था बना चुके हैं। रायपुर और दुर्ग की सेंट्रल जेल के कुछ कैदियों को भी फिलहाल आजाद किया गया है।
21 दिनों के लॉकडाउन को लेकर कहा कि यदि यह 21 दिन चलता है तो हम आर्थिक तौर पर दो साल पिछड़ जाएंगे। और इससे आगे बढ़ता है तो हमारे देश के लिए एक भयावह स्थिति होने वाली है क्योंकि हम एक विकासशील देश हैं।
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